Computer Input Devices In Hindi : दोस्तों स्वागत है आप लोगो का एक और धमाकेदार जबजस्त आर्टिकल में,इस आर्टिकल में Computer Input Devices In Hindi : कंप्यूटर इनपुट डिवाइस कोन कोन सी है के बारे में जानकारी देने वाला हु,इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़े,ताकि आप लोगो को कंप्यूटर इनपुट डिवाइसेस के बारे में पूरी जानकारी मिल सके.
Computer Input Devices In Hindi : कंप्यूटर इनपुट डिवाइस कोन कोन सी है
दोस्तों आप सभी लोग अच्छे जानते है की आज के समय हमारे लिए कंप्यूटर का ज्ञान होना कितना महत्वपूर्ण है,क्युकी आज के समय के कंप्यूटर में बिना किसी भी कार्य की आसानी से नहीं किया जा सकता है,इसलिए आज हम लाये है आपके लिए कंप्यूटर से सम्बंधित कुछ इनपुट डिवाइस के बारे में बताने वाला हु.इसलिए इस लेख को धयान से पढ़े.आइये जानते है की कंप्यूटर इनपुट डिवाइस कोन कोन सी है.
कंप्यूटर इनपुट डिवाइस इन हिंदी Computer Input Devices In Hindi
- कीबोर्ड ( Key Board )
- माउस ( Mouse )
- जॉयस्टिक ( Joysticks )
- लाइटपेन ( Litepen )
- ट्रैकबोल ( TrackBall )
- स्कैनर ( Scanner )
- ग्राफिक्ट टेबलेट ( Graphics Tablet )
- माइक्रोफोन ( Microphone )
- बारकोड रीडर ( Barcode Reader )
- डिजिटल केमरा ( Digital Camera )
- टचस्क्रीन ( Touch Screen )
- वेबकैम ( WebCam )
- बायोमेट्रिक सेंसर ( Biometric Sencer)
- एटीएम ( ATM )
- टचपेड ( Touchpad )
- रिमोट ( Remote )
- ओएमआर ( OMR )
- ओसीआर ( OCR )
- एमआईसीआर ( MICR )
कीबोर्ड ( Key Board )
कीबोर्ड ( Key Board ) एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसका उपयोग कंप्यूटर ( Computer ) या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में डेटा इनपुट ( Data Input ) करने के लिए किया जाता है। यह एक आयताकार आकार का होता है और इसमें कई कुंजियाँ (keys) होती हैं। जब आप इन कुंजियों ( Keys ) को दबाते हैं,तो आपके द्वारा टाइप किए गए अक्षर( Alfabets ),संख्याएँ( Numbers ) या अन्य पात्र कंप्यूटर स्क्रीन पर प्रदर्शित होते हैं।

Keyboard Body कीबोर्ड के मुख्य भाग
- अल्फान्यूमेरिक कुंजियाँ : इनमें अक्षर (A से Z) और संख्याएँ (0 से 9) होती हैं।
- फ़ंक्शन कुंजियाँ : ये कुंजियाँ ( F1 से F12 ) विशेष कार्य करने के लिए उपयोग की जाती हैं,जैसे कि एक प्रोग्राम को बंद करना या एक विंडो को मिनिमाइज़ करना।
- न्यूमेरिक कीपैड : यह एक छोटा कीपैड होता है जिसमें संख्याएँ और कुछ गणितीय संकेत होते हैं।
- नियंत्रण कुंजियाँ : इनमें एरो कुंजियाँ,होम,एंड,पेज अप,पेज डाउन,डिलीट,इंसर्ट आदि शामिल हैं।
- स्पेसबार : यह एक लंबी कुंजी होती है जिसका उपयोग शब्दों के बीच खाली स्थान बनाने के लिए किया जाता है।
Types Of Keyboard कीबोर्ड के प्रकार
- मेम्ब्रेन कीबोर्ड : ये सबसे आम प्रकार के कीबोर्ड ( Keyboard ) हैं। इनमें रबर की एक पतली परत होती है जो प्रत्येक कुंजी के नीचे होती है।
- मैकेनिकल कीबोर्ड : ये कीबोर्ड ( Keyboard ) अधिक टिकाऊ और टाइप करने में अधिक आरामदायक होते हैं। इनमें प्रत्येक कुंजी के नीचे एक स्विच होता है।
- लेपटॉप कीबोर्ड : ये कीबोर्ड Keyboard आमतौर पर पतले और हल्के होते हैं।
KeyBoard Usage कीबोर्ड का उपयोग
- पाठ टाइप करना : दस्तावेज़,ईमेल, संदेश आदि लिखने के लिए।
- कंप्यूटर को नियंत्रित करना : कर्सर को स्थानांतरित करने,विंडोज को खोलने और बंद करने आदि के लिए।
- गेम खेलना : कई गेमों में कीबोर्ड ( Keyboard ) का उपयोग किया जाता है।
माउस ( Mouse )
माउस ( Mouse ) एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसका उपयोग कंप्यूटर पर कर्सर को नियंत्रित करने और ऑन-स्क्रीन ऑब्जेक्ट्स को क्लिक करने के लिए किया जाता है। यह एक छोटा, सा हाथ से चलने वाला उपकरण है जिसमें एक या अधिक बटन होते हैं और नीचे की तरफ एक सेंसर होता है। जब आप माउस ( Mouse ) को सतह पर घुमाते हैं,तो सेंसर इसकी स्थिति का पता लगाता है और कर्सर को स्क्रीन पर उसी दिशा में ले जाता है।
Main Parts of Mouse माउस के मुख्य भाग
- बॉडी( Body ): यह माउस का मुख्य भाग है जिसमें बटन और सेंसर होते हैं।
- बटन( Button ) : आमतौर पर दो बटन होते हैं : बायाँ बटन और दायाँ बटन। बायाँ बटन का उपयोग आमतौर पर ऑब्जेक्ट्स को चुनने और क्रियाओं को करने के लिए किया जाता है,जबकि दायाँ बटन का उपयोग आमतौर पर मेनू को खोलने के लिए किया जाता है।
- स्कॉल व्हील( Scrowol Wheel ) : यह एक मध्य बटन है जो ऊपर और नीचे स्क्रॉल करने के लिए उपयोग किया जाता है।
- सेंसर( Sencer ) : यह माउस Mouse के नीचे स्थित होता है और इसकी स्थिति का पता लगाता है। विभिन्न प्रकार के सेंसर होते हैं,जैसे कि ऑप्टिकल सेंसर और लेजर सेंसर।
Types Of Mouse माउस के प्रकार
- ऑप्टिकल माउस( Optical Mouse ): यह सबसे आम प्रकार का माउस ( Mouse ) है। इसमें एक छोटा ऑप्टिकल सेंसर होता है जो प्रकाश का उपयोग करके सतह पर अपनी स्थिति का पता लगाता है।
- लेजर माउस( Laser Mouse ): यह माउस ( Mouse ) अधिक सटीक और विभिन्न प्रकार की सतहों पर काम कर सकता है। इसमें एक लेजर सेंसर होता है जो सतह पर एक छोटा लेजर बीम प्रोजेक्ट करता है और इसकी स्थिति का पता लगाता है।
- वायरलेस माउस( wireless Mouse ): यह माउस ( Mouse ) केबल के बिना काम करता है और एक रिसीवर के माध्यम से कंप्यूटर से कनेक्ट होता है।
Use Of Mouse माउस का उपयोग
- कर्सर को स्थानांतरित करना : माउस ( Mouse ) को घुमाकर कर्सर को स्क्रीन पर ले जा सकते हैं।
- ऑब्जेक्ट्स को चुनना : बायाँ बटन दबाकर ऑब्जेक्ट्स को क्लिक कर सकते हैं।
- क्रियाएं करना : चुने हुए ऑब्जेक्ट पर क्लिक करके विभिन्न क्रियाएं कर सकते हैं,जैसे कि फ़ाइलें खोलना,वेब पेजों को नेविगेट करना या प्रोग्राम चलाना।
- स्कॉल करना : स्कॉल व्हील को ऊपर या नीचे घुमाकर दस्तावेज़ों या वेब पेजों को स्क्रॉल कर सकते हैं।
जॉयस्टिक ( Joysticks )
जॉयस्टिक ( Joysticks ) एक नियंत्रण उपकरण है जिसका उपयोग कंप्यूटर,वीडियो गेम कंसोल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इनपुट देने के लिए उपयोग किया जाता है। यह आमतौर पर एक स्टिक या हैंडल होता है जिसे विभिन्न दिशाओं में ले जाया जा सकता है। जॉयस्टिक ( Joysticks ) में अक्सर बटन भी होते हैं जो अतिरिक्त इनपुट ( Input ) प्रदान करते हैं।
Main Parts Of Joystick जॉयस्टिक के मुख्य भाग
- स्टिक( Stick ) : यह जॉयस्टिक ( Joysticks ) का मुख्य भाग है जिसे विभिन्न दिशाओं में ले जाया जा सकता है।
- बटन( Button ): जॉयस्टिक ( Joysticks ) में एक या अधिक बटन होते हैं जो अतिरिक्त इनपुट प्रदान करते हैं।
- ट्रिगर( Trigger ): कुछ जॉयस्टिक में ट्रिगर होते हैं जो बटन की तरह काम करते हैं लेकिन एक अलग दिशा में दबाए जाते हैं।
Types of Joystick जॉयस्टिक के प्रकार
- कंप्यूटर जॉयस्टिक( Computer Joysticks ) : ये जॉयस्टिक ( Joysticks ) कंप्यूटर के साथ उपयोग के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं और आमतौर पर USB के माध्यम से कनेक्ट होते हैं।
- गेमिंग जॉयस्टिक( Gammi ): ये जॉयस्टिक वीडियो गेम कंसोल या कंप्यूटर पर गेम खेलने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं और आमतौर पर अधिक सुविधाएँ और बेहतर नियंत्रण प्रदान करते हैं।
- फ्लाइट सिमुलेटर जॉयस्टिक( flight simulator joystick ): ये जॉयस्टिक विमान उड़ान सिमुलेशन के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं और आमतौर पर एक थ्रॉटल लीवर के साथ आते हैं।
Use of Joystick जॉयस्टिक का उपयोग
- वीडियो गेम खेलना( Playing Video Games ): जॉयस्टिक का उपयोग विभिन्न प्रकार के वीडियो गेम खेलने के लिए किया जाता है, जैसे कि रेसिंग गेम, फ्लाइट सिमुलेटर और शूटर गेम।
- कंप्यूटर को नियंत्रित करना( Controlling The Computer ): कुछ कंप्यूटर जॉयस्टिक का उपयोग कंप्यूटर को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है, जैसे कि कर्सर को स्थानांतरित करना या प्रोग्राम चलाना।
- उद्योग में( In Industry ): जॉयस्टिक का उपयोग उद्योग में भी किया जाता है, जैसे कि रोबोटिक्स और मशीन नियंत्रण।
Lightpen
लाइटपेन ( Lightpen ) एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसका उपयोग कंप्यूटर ( Computer Screen ) स्क्रीन पर कर्सर को नियंत्रित करने और ऑन-स्क्रीन ऑब्जेक्ट्स को चुनने के लिए किया जाता है। यह एक पतली, लंबी पेन जैसी डिवाइस होती है जिसमें प्रकाश सेंसर और एक छोटा ट्रांसमीटर होता है। जब आप लाइटपेन को स्क्रीन पर रखते हैं और इसे घुमाते हैं, तो सेंसर स्क्रीन से प्रकाश का पता लगाता है और कर्सर को उसी दिशा में ले जाता है।
लाइटपेन के मुख्य भाग
- पेन बॉडी( Pen Body ): यह लाइटपेन का मुख्य भाग है जिसमें सेंसर और ट्रांसमीटर होते हैं।
- टिप( Tip ): यह पेन का सिरा होता है जो स्क्रीन को छूता है।
- सेंसर( Sensor ): यह टिप में स्थित होता है और स्क्रीन से प्रकाश का पता लगाता है।
- ट्रांसमीटर( Transmitter ): यह सेंसर द्वारा प्राप्त डेटा को कंप्यूटर तक भेजता है।
Types of Lightpens लाइटपेन के प्रकार
- एक्टिव लाइटपेन( Active Lightpen ): यह लाइटपेन स्वयं प्रकाश उत्सर्जित करता है और स्क्रीन से प्रकाश का पता लगाता है।
- पैसिव लाइटपेन( Passive Lightpen ): यह लाइटपेन स्क्रीन से उत्सर्जित प्रकाश का पता लगाता है।
Use of Lightpen लाइटपेन का उपयोग
- कर्सर को स्थानांतरित करना( move the cursor ): लाइटपेन को स्क्रीन पर घुमाकर कर्सर को ले जा सकते हैं।
- ऑब्जेक्ट्स को चुनना( Selecting objects ): लाइटपेन को स्क्रीन पर रखकर और बटन दबाकर ऑब्जेक्ट्स को चुन सकते हैं।
- ड्राइंग और पेंटिंग( Drawing and painting ): लाइटपेन का उपयोग कंप्यूटर पर ड्राइंग और पेंटिंग करने के लिए भी किया जा सकता है।
ट्रैकबोल ( TrackBall )
ट्रैकबोल ( TrackBall ) एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसका उपयोग कंप्यूटर पर कर्सर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। यह एक गेंद या गोला होता है जो एक सॉकेट में लगा होता है। जब आप गेंद को घुमाते हैं,तो कर्सर स्क्रीन पर उसी दिशा में चलता है।

Main Parts of Trackball ट्रैकबोल के मुख्य भाग
- गेंद( Ball ): यह ट्रैकबोल ( TrackBall ) का मुख्य भाग है जिसे विभिन्न दिशाओं में घुमाया जा सकता है।
- सॉकेट( Soket ): यह गेंद को रखने के लिए एक छोटा छेद होता है।
- सेंसर( Sencer ): यह गेंद की स्थिति का पता लगाता है और कर्सर को स्क्रीन पर उसी दिशा में ले जाता है।
Types of Trackballs ट्रैकबोल के प्रकार
- मैकेनिकल ट्रैकबोल( Mechanical Trackball ): यह ट्रैकबोल एक मैकेनिकल सेंसर का उपयोग करता है जो गेंद की स्थिति का पता लगाता है।
- ऑप्टिकल ट्रैकबोल( Optical Trackball ): यह ट्रैकबोल एक ऑप्टिकल सेंसर का उपयोग करता है जो गेंद की स्थिति का पता लगाता है।
Use of Trackball ट्रैकबोल का उपयोग
- कर्सर को स्थानांतरित करना( move the cursor ): ट्रैकबोल को घुमाकर कर्सर को स्क्रीन पर ले जा सकते हैं।
- ऑब्जेक्ट्स को चुनना( Selecting objects ): कर्सर को ऑब्जेक्ट पर ले जाकर और बटन दबाकर ऑब्जेक्ट्स को चुन सकते हैं।
- स्कॉल करना( Scroll ): ट्रैकबोल को ऊपर या नीचे घुमाकर दस्तावेज़ों या वेब पेजों को स्क्रॉल कर सकते हैं।
स्कैनर ( Scanner )
स्कैनर( Scanner ) एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसका उपयोग भौतिक दस्तावेज़ों या वस्तुओं को डिजिटल ( Digital )रूप में स्कैन करने के लिए किया जाता है। यह एक इमेज सेंसर का उपयोग करता है जो दस्तावेज़ ( Documents )या वस्तु की सतह पर प्रकाश को पढ़ता है और इसे डिजिटल छवि या दस्तावेज़ में परिवर्तित करता है।
Main Parts of The Scanner स्कैनर के मुख्य भाग
- स्कैनिंग बे( Scanning Bay ): यह स्कैनर का मुख्य भाग है जिसमें दस्तावेज़ या वस्तु रखा जाता है।
- इमेज सेंसर( Image Sensor ): यह स्कैनिंग बे के नीचे स्थित होता है और दस्तावेज़ या वस्तु की सतह पर प्रकाश को पढ़ता है।
- लाइट स्रोत( Light Source ): यह स्कैनिंग बे में प्रकाश प्रदान करता है।
- प्रोसेसर( Processor ): यह इमेज सेंसर से प्राप्त डेटा को संसाधित करता है और इसे डिजिटल छवि या दस्तावेज़ में परिवर्तित करता है।
- आउटपुट इंटरफ़ेस( Output Interface ): यह स्कैनर को कंप्यूटर या अन्य उपकरण से कनेक्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है।
Types of scanners स्कैनर के प्रकार
- फ्लैटबेड स्कैनर( flatbed scanner ): यह सबसे आम प्रकार का स्कैनर है जिसमें एक सपाट स्कैनिंग बे होता है।
- हैंडस्कैनर( Handscanner ): यह एक छोटा स्कैनर होता है जिसे दस्तावेज़ पर घुमाया जा सकता है।
- ड्रम स्कैनर( Drum Scanner ): यह एक उच्च-रिज़ॉल्यूशन स्कैनर होता है जो एक घूमने वाले ड्रम का उपयोग करता है।
Use of The Scanner स्कैनर का उपयोग
- दस्तावेज़ स्कैन करना( Scanning a Document ): दस्तावेज़ों को डिजिटल रूप में स्कैन करने के लिए, जैसे कि दस्तावेज़, किताबें और पत्रिकाएँ।
- चित्र स्कैन करना( Scanning Pictures ): चित्रों और फ़ोटो को डिजिटल रूप में स्कैन करने के लिए।
- वस्तु स्कैन करना( Scanning an Object ): वस्तुओं को डिजिटल रूप में स्कैन करने के लिए, जैसे कि कलाकृतियाँ और दस्तावेज़।
ग्राफिक्ट टेबलेट ( Graphics Tablet )
ग्राफिक्स टेबलेट ( Graphics Tablet ) एक इनपुट डिवाइस ( Input Devices ) है जो कंप्यूटर पर डिजिटल आर्ट,डिजाइन और अन्य क्रिएटिव कार्य करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक सतह पर एक पेन या स्टाइलस का उपयोग करके आंदोलनों को ट्रैक करता है और इन्हें कंप्यूटर को डिजिटल सिग्नल के रूप में भेजता है।
मुख्य विशेषताएं
- ड्राइंग सतह( drawing surface ): यह एक सतह है जिस पर आप पेन या स्टाइलस का उपयोग करके आकर्षित करते हैं। यह विभिन्न आकारों और सामग्रियों से बना हो सकता है।
- पेन या स्टाइलस: यह एक उपकरण है जो आप सतह पर उपयोग करते हैं। यह विभिन्न आकारों, वजन और संवेदनशीलता के साथ आ सकता है।
- ड्राइवर: यह सॉफ्टवेयर है जो आपके कंप्यूटर पर ग्राफिक्स टेबलेट को नियंत्रित करता है। यह आपको टेबलेट की सेटिंग्स को बदलने और विभिन्न कार्यक्रमों के साथ इसका उपयोग करने की अनुमति देता है।
उपयोग
- डिजिटल आर्ट: ग्राफिक्स टेबलेट का उपयोग डिजिटल पेंटिंग, ड्राइंग, इलस्ट्रेशन और अन्य प्रकार के डिजिटल आर्ट बनाने के लिए किया जाता है।
- डिजाइन: ग्राफिक्स टेबलेट का उपयोग वेबसाइट डिजाइन, ग्राफिक डिजाइन, और अन्य प्रकार के डिजाइन के लिए किया जाता है।
- अन्य कार्य: ग्राफिक्स टेबलेट का उपयोग एनीमेशन, गेम डिजाइन, और अन्य प्रकार के क्रिएटिव कार्य के लिए भी किया जा सकता है।
फायदे
- अधिक प्राकृतिक अनुभव: ग्राफिक्स टेबलेट आपको एक अधिक प्राकृतिक अनुभव प्रदान करता है क्योंकि आप एक पेन या स्टाइलस का उपयोग करके आकर्षित कर रहे हैं।
- अधिक सटीकता: ग्राफिक्स टेबलेट आपको अधिक सटीकता के साथ आकर्षित करने की अनुमति देता है।
- अधिक नियंत्रण: ग्राफिक्स टेबलेट आपको अपनी रचनाओं पर अधिक नियंत्रण देता है।
नुकसान
- अधिक महंगा: ग्राफिक्स टेबलेट ( Graphics Tablet ) आमतौर पर माउस या कीबोर्ड से अधिक महंगे होते हैं।
- अधिक सीखने की अवस्था: ग्राफिक्स टेबलेट का उपयोग करना सीखने में समय लग सकता है।
वेबकैम
वेबकैम एक वीडियो कैमरा है जो कंप्यूटर या कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़ा होता है और वीडियो रिकॉर्डिंग या स्ट्रीमिंग के लिए उपयोग किया जाता है। वेबकैम का उपयोग वीडियो टेलीफोनी, लाइव स्ट्रीमिंग, सोशल मीडिया और सुरक्षा जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
Some common uses of webcam
- वीडियो कॉलिंग: वेबकैम का उपयोग वीडियो कॉलिंग ऐप्स जैसे Zoom, Skype, Google Meet आदि के माध्यम से दोस्तों और परिवार के साथ वीडियो चैट करने के लिए किया जाता है।
- लाइव स्ट्रीमिंग: वेबकैम का उपयोग लाइव स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म जैसे YouTube, Twitch आदि पर लाइव वीडियो प्रसारण करने के लिए किया जाता है।
- सोशल मीडिया: वेबकैम का उपयोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे Facebook, Instagram आदि पर वीडियो पोस्ट करने के लिए किया जाता है।
- सुरक्षा: वेबकैम का उपयोग सुरक्षा कैमरों के रूप में घरों, कार्यालयों और अन्य स्थानों की निगरानी के लिए किया जाता है।
types of webcams
- बिल्ट-इन वेबकैम: कुछ लैपटॉप और डेस्कटॉप कंप्यूटरों में बिल्ट-इन वेबकैम होते हैं।
- बाहरी वेबकैम: बाहरी वेबकैम USB या अन्य कनेक्शन के माध्यम से कंप्यूटर से जुड़े होते हैं।
Webcam Features
- रिज़ॉल्यूशन: वेबकैम की रिज़ॉल्यूशन वीडियो की गुणवत्ता निर्धारित करती है। उच्च रिज़ॉल्यूशन वाले वेबकैम बेहतर वीडियो गुणवत्ता प्रदान करते हैं।
- फ्रेम दर: वेबकैम की फ्रेम दर प्रति सेकंड में कैप्चर किए गए फ्रेम की संख्या निर्धारित करती है। उच्च फ्रेम दर वाले वेबकैम अधिक चिकना वीडियो प्रदान करते हैं।
- माइक्रोफोन: कुछ वेबकैम में बिल्ट-इन माइक्रोफोन होते हैं, जो ऑडियो रिकॉर्डिंग के लिए उपयोग किए जा सकते हैं।
- फोकस: कुछ वेबकैम में ऑटोफोकस या मैनुअल फोकस की सुविधा होती है।
- प्राइवेसी शटर: कुछ वेबकैम में प्राइवेसी शटर होता है, जो कैमरा लेंस को कवर कर देता है जब इसका उपयोग नहीं किया जा रहा हो।
वेबकैम खरीदते समय विचार करने योग्य बातें
- उपयोग: आपको वेबकैम का उपयोग किस उद्देश्य के लिए करना है? वीडियो कॉलिंग, लाइव स्ट्रीमिंग, या सुरक्षा के लिए?
- रिज़ॉल्यूशन और फ्रेम दर: आपको किस स्तर की वीडियो गुणवत्ता की आवश्यकता है?
- माइक्रोफोन: क्या आपको बिल्ट-इन माइक्रोफोन की आवश्यकता है?
- बजट: आप कितना खर्च करने के लिए तैयार हैं?
वेबकैम का उपयोग
- वेबकैम का उपयोग करते समय अपने कैमरा लेंस को कवर करें जब इसका उपयोग नहीं किया जा रहा हो।
- वेबकैम के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
- अपने वेबकैम सॉफ्टवेयर को अप-टू-डेट रखें।
- अपने वेबकैम के लिए सुरक्षा सेटिंग्स की जांच करें।
बायोमेट्रिक सेंसर
बायोमेट्रिक सेंसर एक ऐसी तकनीक है जो किसी व्यक्ति की शारीरिक विशेषताओं का उपयोग करके उसकी पहचान करती है। ये विशेषताएं अद्वितीय होती हैं और किसी और से मेल नहीं खातीं। इसीलिए बायोमेट्रिक सेंसर का उपयोग सुरक्षा के लिए किया जाता है, क्योंकि ये पारंपरिक पासवर्ड या पिन कोड से कहीं अधिक सुरक्षित होते हैं।
How do biometric sensors work
बायोमेट्रिक सेंसर एक व्यक्ति की शारीरिक विशेषताओं को डिजिटल रूप में कैप्चर करते हैं। इस डेटा को फिर एक डेटाबेस में संग्रहित किया जाता है। जब कोई व्यक्ति अपनी पहचान सत्यापित करना चाहता है, तो सेंसर उस व्यक्ति की विशेषताओं को फिर से कैप्चर करता है और इसे पहले से संग्रहित डेटा के साथ मिलान करता है। अगर दोनों डेटा एक-दूसरे से मेल खाते हैं, तो व्यक्ति की पहचान सत्यापित हो जाती है।
Types of biometric sensors
- फिंगरप्रिंट सेंसर: ये सेंसर उंगलियों के निशान का उपयोग करके पहचान करते हैं।
- चेहरे की पहचान सेंसर: ये सेंसर चेहरे की विशेषताओं जैसे आंखें, नाक और मुंह का उपयोग करके पहचान करते हैं।
- आइरिस स्कैनर: ये सेंसर आंखों के इरिस का उपयोग करके पहचान करते हैं।
- वॉयस रिकग्निशन: ये सेंसर आवाज की विशेषताओं का उपयोग करके पहचान करते हैं।
- रेटिना स्कैनर: ये सेंसर आंखों के रेटिना का उपयोग करके पहचान करते हैं।
Uses of biometric sensors
- सुरक्षा: बैंक, सरकारी कार्यालय और अन्य संवेदनशील स्थानों में प्रवेश के लिए बायोमेट्रिक सेंसर का उपयोग किया जाता है।
- मोबाइल फोन: कई स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट सेंसर और फेस अनलॉक फीचर होते हैं।
- पासपोर्ट और वीजा: कुछ देशों में पासपोर्ट और वीजा में बायोमेट्रिक डेटा संग्रहित किया जाता है।
- पैमेंट: कुछ भुगतान सिस्टम में बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का उपयोग किया जाता है।
- हेल्थकेयर: बायोमेट्रिक डेटा का उपयोग रोगियों की पहचान और स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखने के लिए किया जाता है।
Benefits of biometric sensor
- सुरक्षा: बायोमेट्रिक सेंसर पारंपरिक पासवर्ड या पिन कोड से कहीं अधिक सुरक्षित होते हैं।
- सुविधा: बायोमेट्रिक सेंसर का उपयोग करना बहुत आसान है।
- अद्वितीय: हर व्यक्ति की बायोमेट्रिक विशेषताएं अद्वितीय होती हैं, जिससे पहचान की चोरी मुश्किल हो जाती है।
Disadvantages of biometric sensor
- गोपनीयता: बायोमेट्रिक डेटा को हैक किया जा सकता है, जिससे गोपनीयता का खतरा पैदा हो सकता है।
- लागत: बायोमेट्रिक सेंसर महंगे हो सकते हैं।
- तकनीकी मुद्दे: खराब रोशनी या गंदगी जैसी स्थितियों में बायोमेट्रिक सेंसर ठीक से काम नहीं कर सकते हैं।
एटीएम (ATM)
एटीएम (ATM) का पूरा नाम Automated Teller Machine होता है। यह एक स्वचालित मशीन है जो आपको अपने बैंक खाते से नकदी निकालने, जमा करने, या बैलेंस की जांच करने की सुविधा प्रदान करती है। एटीएम का उपयोग करने के लिए आपको अपने बैंक द्वारा जारी किया गया एटीएम कार्ड और उसका पिन नंबर (Personal Identification Number) की आवश्यकता होती है।
Common uses of ATM
- नकदी निकालना: आप अपने बैंक खाते से नकदी निकालने के लिए एटीएम का उपयोग कर सकते हैं।
- नकदी जमा करना: आप अपने बैंक खाते में नकदी जमा करने के लिए एटीएम का उपयोग कर सकते हैं।
- बैलेंस की जांच करना: आप अपने बैंक खाते का बैलेंस की जांच करने के लिए एटीएम का उपयोग कर सकते हैं।
- मिनी स्टेटमेंट प्राप्त करना: आप अपने बैंक खाते का मिनी स्टेटमेंट प्राप्त करने के लिए एटीएम का उपयोग कर सकते हैं।
- बिल भुगतान करना: कुछ एटीएम आपको बिल भुगतान करने की सुविधा भी प्रदान करते हैं।
एटीएम का उपयोग करने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा
- एटीएम में अपना एटीएम कार्ड डालें।
- अपना पिन नंबर दर्ज करें।
- अपने इच्छित विकल्प का चयन करें (नकदी निकालना, नकदी जमा करना, बैलेंस की जांच करना, आदि)।
- आवश्यक जानकारी दर्ज करें (जैसे नकदी की राशि)।
- अपना लेनदेन पूरा करें।
एटीएम का उपयोग करते समय सुरक्षा युक्तियाँ
- अपने एटीएम कार्ड का पिन नंबर गुप्त रखें।
- अपने एटीएम कार्ड को दूसरों के साथ साझा न करें।
- एटीएम का उपयोग करते समय अपने आस-पास के लोगों पर ध्यान दें।
- यदि आपको संदेह हो तो एटीएम का उपयोग न करें।
- अपने बैंक से संपर्क करें यदि आपका एटीएम कार्ड खो जाता है या चोरी हो जाता है।
Benefits of ATM
- 24/7 उपलब्धता
- सुविधा
- सुरक्षा
- समय की बचत
Disadvantages of ATM
- नकदी की सीमा
- शुल्क
- तकनीकी समस्याएं
टचपेड (Touchpad)
टचपेड एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो कंप्यूटर माउस के समान कार्य करता है। यह एक सपाट सतह होती है जिस पर आप अपनी उंगलियों से स्पर्श करके कंप्यूटर पर इशारों का प्रदर्शन कर सकते हैं।
Uses of touchpad
- माउस पॉइंटर को नियंत्रित करना: टचपेड पर अपनी उंगली को खिसकाकर आप माउस पॉइंटर को स्क्रीन पर इधर-उधर ले जा सकते हैं।
- क्लिक करना: टचपेड पर अपनी उंगली को दबाकर आप माउस पॉइंटर के साथ क्लिक कर सकते हैं।
- स्क्वीलिंग: टचपेड पर अपनी उंगली को दो बार दबाकर आप माउस पॉइंटर के साथ डबल-क्लिक कर सकते हैं।
- राइट-क्लिक करना: टचपेड पर अपनी उंगली को दबाकर और फिर खिसकाकर आप माउस पॉइंटर के साथ राइट-क्लिक कर सकते हैं।
- ज़ूम इन/आउट करना: टचपेड पर अपनी दो उंगलियों को एक साथ पिंच करके आप ज़ूम इन कर सकते हैं, और उन्हें फैलाकर आप ज़ूम आउट कर सकते हैं।
- स्क्वीलिंग करना: टचपेड पर अपनी दो उंगलियों को एक साथ घुमाकर आप स्क्रीन को स्क्वील कर सकते हैं।
Types of touchpads
- सिंपल टचपेड: ये टचपेड केवल एक-उंगली के इशारों का समर्थन करते हैं।
- मल्टी-टच टचपेड: ये टचपेड कई उंगलियों के इशारों का समर्थन करते हैं, जैसे कि ज़ूम इन/आउट, स्क्वीलिंग, आदि।
Advantages of touchpad
- पोर्टेबिलिटी: टचपेड आमतौर पर लैपटॉप कंप्यूटरों में बिल्ट-इन होते हैं, जिससे उन्हें ले जाने में आसान बनाता है।
- अंतरिक्ष बचत: टचपेड माउस की तुलना में कम जगह लेता है।
- अधिक इशारों का समर्थन: मल्टी-टच टचपेड अधिक इशारों का समर्थन करते हैं, जो कंप्यूटर का उपयोग करने को अधिक कुशल बनाता है।
Disadvantages of touchpad टचपेड के नुकसान
- सटीकता: कुछ उपयोगकर्ताओं को टचपेड का उपयोग करते समय माउस की तुलना में कम सटीकता का अनुभव हो सकता है।
- अनुकूलन: कुछ टचपेड के साथ अनुकूलन विकल्प सीमित हो सकते हैं।