क्या आप जानते है की स्कूल के बस का रंग पीला क्यों होता है ? जानें GK In Hindi General Knowledge दरअसल आपने अक्सर देखा होगा कि स्कूल बस का रंग हमेशा पीला ही होता है,वहीं स्कूल बस के पीले के पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण और सुरक्षा कारण होते हैं,जिसके कारण इसका रंग पीला ही होता है,पीला रंग को बारिश,कोहरा या धुंधला भी कहा जा सकता है,पीले रंग का कलर लैटरल पेरीफेरल विजन लाल रंग की तुलना में लगभग सवा गुना ज्यादा होता है। इसका उपयोग डेंजर के संकेत में किया जाता है।
स्कूल बस का रंग पीला क्यों होता है ? लाल या गुलाबी क्यों नहीं जानें यहां
लाल रंग काफी काला होता है और साफ-सुथरा नजर भी दूर से ही आता है। इसके बावजूद स्कूल बस को लाल रंग से पेंट नहीं किया जाता है। अब क्या आप जानते हैं कि स्कूल बस को पीले रंग से रंगा क्यों जाता है ? क्युकी सफ़ेद,पीले रंग की आंखें जल्दी आकर्षित हो जाती हैं। पीले रंग पर किसी की भी नज़र सबसे पहले आती है। लोगों का ध्यान स्कूल बस पर पहले जाए,इस कारण से उनका रंग पीला रखा जाता है।
GK In Hindi : स्कूल बस का रंग पीला होने की वजहें ये हैं
- पीला रंग चमकीला होता है,इसलिए इसे दूर से आसानी से देखा जा सकता है.
- खराब मौसम या कम रोशनी में भी पीला रंग दिखता है.
- पीला रंग एक चेतावनी का रंग है और दूसरे वाहन चालकों को सतर्क करता है.
- शोध के मुताबिक, पीले रंग का पता लगाने के लिए पार्श्व परिधीय दृष्टि लाल रंग की तुलना में 1.24 गुना ज़्यादा होती है.
- साल 1930 में अमेरिका में हुई एक स्टडी में साबित हुआ था कि पीले रंग में दूसरे रंगों के मुकाबले ज़्यादा आकर्षण होता है.
- पीला रंग खुशी और उत्साह से जुड़ा रंग होता है. बच्चों के लिए स्कूल बस भी एक खुशी का प्रतीक मानी जाती है.
- कई देशों में स्कूल बसों के लिए पीले रंग का इस्तेमाल ज़रूरी है.सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्देश जारी किए हैं कि स्कूल बस का रंग हाईवे पीले रंग का होगा
सुरक्षा कारण General Knowledge
1. दरअसल स्कूल के बच्चों का रंग सुरक्षा की दृष्टि से पीला रखा जाता है ऐसा माना जाता है कि बस दूर से ही पीला रंग देखा जा सकता है। साथ ही ये बस बारिश,रात,दिन,कोहरे में आसानी से दिखाई दे जाता है,इसलिए दुर्घटना का खतरा बहुत कम होता है।
2.सुप्रीम कोर्ट की ओर से भी नामांकन पत्र को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके अनुसार स्कूल बस के आगे और पीछे स्कूल बस लिखा होना जरूरी है।
3. अगर स्कूल बस किराए पर है। तो उस पर स्कूल बस कर्तव्य लिखना जरूरी है।
4. बता दें कि अगर मैन स्ट्रेट भी नहीं दिख रहा है तो वो आसानी से वर्चुअल बस को देख सकता है। इसलिए रंगीन बस को पीले रंग में रंग दिया जाता है।
5. बस में एक फर्स्ट एड बॉक्स होना जरूरी है। बस के दर्शन के बीच में गर्ल लगी होनी चाहिए।
6. साथ ही स्कूल से जुड़ी हर जानकारी बस पर होनी चाहिए। सीट में बैग रखने के लिए जगह होनी चाहिए। बच्चों के लिए एक अटेंडेंट की नियुक्ति होनी चाहिए।
7. वहीं स्कूल बस की स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से तेज नहीं होनी चाहिए।
8. साथ ही अगर बच्चा 12 साल से छोटा है। तो गाड़ियों में 1.5 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे की सीट हो सकती है,जबकि 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे पर एक बच्चे की पूरी सीट होनी जरूरी है।
GK In Hindi General Knowledge
सुप्रीम कोर्ट की ओर से भी लॉन्च किए गए बैकपैक को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके अनुसार स्कूल बस के आगे और पीछे स्कूल बस लिखा होना जरूरी है। अगर स्कूल बस किराए पर है तो उसे स्कूल बस लिखना जरूरी है। बस में एक फर्स्ट एड बॉक्स होना जरूरी है.
बस की तीर्थयात्रा के बीच में ग्रिल लगी होनी चाहिए। साथ ही स्कूल से जुड़ी हर जानकारी बस पर होनी चाहिए। सीट में बैग रखने के लिए जगह होनी चाहिए। बच्चों के लिए एक अटेंडेंट की नियुक्ति होनी चाहिए।वहीं स्कूल बस की स्पीड 40 किमी प्रति घंटा से तेज नहीं हो सकेगी।साथ ही यदि 12 वर्ष से छोटे बच्चे हैं तो वाहन में 1.5 से अधिक बच्चे बैठ सकते हैं,जबकि 12 वर्ष से अधिक आयु के बच्चे पर पूरी तरह से बैठना आवश्यक है.